भू समाधि का सस्पेंस खत्म, पुलिस व आंदोलनकारियों के समझाने पर रामराज वर्मा ने भू समाधि का निर्णय त्यागा
रेवती (बलिया) । स्टेशन बहाल करो आंदोलन के समर्थन में भू समाधि लेने की घोषणा करने वाले माकपा नेता रामराज वर्मा को रोकने के लिए बुधवार को रेवती व सहतवार पुलिस के साथ आरपीएफ के जवान सुबह से ही रेलवे स्टेशन के समीप स्थित धरना स्थल पर मुस्तैद रहे। मंगलवार से दो-दो थानो की पुलिस उसकी खोज में लगी रही। बुधवार को नियत समय 12 बजे मंच से 100 मीटर उत्तर पूरस सिर पर लाल गमछा का कफन बांधें तथा हाथ में गढ़ा खोदने के लिए फावड़ा लिए रामराज वर्मा के प्रगट होते ही पुलिस, आंदोलनकारियों के साथ जनता की भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस व आंदोलनकारियों के समझाने पर वर्मा ने भू समाधि का निर्णय त्याग दिया। इंकलाब जिंदाबाद के नारे के बीच मंच से अपने संबोधन में रामराज वर्मा ने सेनानियों व राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले आरपीएफ के इंस्पेक्टर बी के सिंह के खिलाफ संगठन के लोगों द्वारा पुलिस को दी गई अपमान की तहरीर के संबंध में मुकदमा दर्ज करने की मांग की की। थानाध्यक्ष रोहन राकेश सिंह द्वारा मामले की जांच की जा रही है के आश्वासन पर अपना निर्णय वापस ले लिया।
धरना सभा को सम्बोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण पांडेय ने कहा कि रेल आंदोलन का आज 60 दिन पूरा हो चुका है। बावजूद रेल प्रशासन से अब तक कोई सार्थक पहल नहीं हुई है। ऐसे में हम लोगों जल्द ही रेल ट्रैक जाम की घोषणा कर गांव गांव में लोगों को जागरूक करेंगे। आंदोलन के समर्थन में पांच दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे 15 वें भूख हड़ताली सोनू ओझा के तबियत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल बलिया के लिए रेफर कर दिया गया। उनकी जगह कस्बा रेवती निवासी प्रभाकर राम 16 वें भूख हड़ताली के रूप में भूख हड़ताल पर बैठे। ओमप्रकाश कुंवर, सुखारी राजभर, वीरेंद्र गुप्ता, रमेश मणिक,महाबीर तिवारी आदि मौजूद रहे।
पुनीत केशरी
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