जानें कैसे ठीक हुआ आशा के गले का संक्रमण
बलिया। गले में संक्रमण की बीमारी से जूझ रही एक महिला का मर्ज जब मेडिकल साइंस के डॉक्टर दूर नहीं कर पाए तो उसने पकड़ी धाम स्थित मां काली की शरण ली, जहां पहली बार में ही बीमारी 80 फ़ीसदी तक ठीक हो गई। जबकि शेष बीमारी दूसरी बार आने पर दूर हो गई।
यह कहानी है मऊ जिले के इंदारा निवासी आशा देवी पत्नी अक्षय लाल की। अपनी व्यथा सुनाते हुए आशा बताती हैं कि अचानक उसके गले में इंफेक्शन हो गया और दर्द होने लगा। मऊ, आजमगढ़ समेत वाराणसी के चिकित्सकों से उपचार कराया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। अलबत्ता बीमारी बढ़ती जा रही थी। इसी बीच उसे किसी के माध्यम से पकड़ी धाम स्थित मां काली की महिमा के बारे में जानकारी हुई। इसके बाद उसने अपने पति अच्छे लाल के साथ मां के दरबार में गुहार लगाई और मंदिर के पुजारी राम बदन भगत से अपनी पीड़ा बताई। इसके बाद पुजारी द्वारा दी गई औषधियों और मां की कृपा से उसका मर्ज पहली बार में ही 80 फ़ीसदी तक ठीक हो गया। जबकि शेष बीमारी दूसरी बार जब वह आए तो दूर हो गई।
डेस्क
No comments