रोली को सालती थी सूनी गोद और बाल की बीमारी, मां काली की कृपा से मिली मुक्ति
बलिया। पड़ोसी मऊ जिले के गढ़मलपुर पहसा निवासी रोली पत्नी विजय की कहानी अन्य लोगों से कुछ अलग हटके है। रोली एक साथ दो बीमारियों से ग्रसित थी। एक तो उसका गर्भ नहीं ठहरता था और दूसरा उसके सिर के बाल झड़ कर खत्म हो गए थे, जिससे उसका चेहरा और जीवन दोनों बजरंग हो गया था, लेकिन पकड़ी धाम में स्थित मां काली की कृपा से उसके जीवन फिर से खुशहाली लौट आई।
मनौती पूरी होने परमंदिर परिसर में खप्पर चढ़ाने आई रोली ने बताया कि अचानक उसकी सिर के बाल झड़ गए, जिससे उसका चेहरा बदरंग हो गया। इतना ही नहीं लाख प्रयास के बाद भी उसका गर्भ नहीं ठहरता था, जिससे उसकी गोद सूनी पड़ी हुई थी और ससुराल वाले ताना मारते थे। इसके लिए उसने कई डॉक्टरों से दवा कराई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, जिससे वह निराश रहने लगी थी। इसी दौरान एक पड़ोसी ने उसे पकड़ी धाम स्थित मां काली की महिमा के बारे में बताया और वहां जाकर अपनी गुहार लगाने की सलाह दी। इसके बाद वह अपने पति विजय के साथ पकड़ी धाम में स्थित मां काली की मंदिर पहुंची और वहां पूजा अर्चना के बाद पुजारी राम बदन भगत सिंह अपनी व्यथा सुनाई और मदद की गुहार लगाई। इसके बाद पुजारी में उसे फकियां, गोली और तेल देते हुए उसके नियमित सेवन की सलाह दी और एक जड़ी दी। इसके प्रभाव से उसका गर्भ ठहर गया और उसके सिर के बाल भी पूर्व के भांति उगाई अब वह हंसी-खुशी समाज में सब के बराबर जीवन यापन कर रही है।
डेस्क
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