रेल बजट के बाद रेवती स्टेशन के विस्तार को क्षेत्रवासियों में जगी आस
रेवती (बलिया) । हाल्ट घोषित रेवती को पुनः स्टेशन बहाल करने के लिए बीते 20 अक्टूबर 2024 से 29 दिसंबर 2024 तक पूरे 71 दिनों तक जन आंदोलन चला। सांसद सलेमपुर रमाशंकर विद्यार्थी के आश्वासन पर दो महिने के लिए लिए यह आंन्दोलन स्थगित किया गया।
संसद सत्र के दौरान वित्त मंत्री माननीय निर्मला सीतारमण द्वारा रेल बजट के लिए काफी धन आवंटित किया गया है। दो सप्ताह बाद आवंटित रेल बजट में किस मद के लिए कितना धन रिलीज किया जाता है इस बात को लेकर रेवती स्टेशन के विकास व विस्तार की क्षेत्रवासियों में आस जगी है।
स्टेशन बहाल करो आंदोलन के संयोजक ओमप्रकाश कुंवर ने कहा कि रेल आंदोलन के दौरान रेलवे बोर्ड के निर्देश पर डीआरएम वाराणसी द्वारा गठित रेल विभाग की सर्वे टीम द्वारा इसका दो बार सर्वे किया जा चुका है। बजट में रेवती स्टेशन विस्तार से संबंधित धन आवंटित नही होता है तो संघर्ष समिति की बैठक कर एक बार पुनः रेल आंदोलन की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
जनता जनार्दन के सहयोग से 71 दिनों तक चले रेल आंदोलन में सभी दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। सांसद सलेमपुर रमाशंकर विद्यार्थी ने संसद सत्र के दौरान स्टेशन लेकर चर्चा की । रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव व रेलवे बोर्ड गोरखपुर के महाप्रबंधक सुश्री सौम्या माथुर से अलग अलग भेट कर सांसद ने रेवती स्टेशन बहाल करने के लिए ज्ञापन भी दिया । बलिया के सांसद सनातन पांडेय द्वारा इस संबंध में जोरदार पहल की जा चुकी है। ऐसे में अब सबकी निगाहें रेल बजट के मद की तरह लगी हुई है।
पुनीत केशरी
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