प्लेटफार्म के अभाव में ट्रेन में चढ़ने उतरते समय आए दिन यात्री होते हैं चोटिल
रेवती (बलिया) फरवरी 2023 में रेवती रेलवे स्टेशन को हाल्ट घोषित किए जाने के बाद यह यात्री सुविधा विहिन स्टेशन हो गया है। प्लेटफार्म नंबर एक समाप्त कर दिए जाने से ट्रेन में चढ़ने उतरते समय आए दिन यात्री चोटिल होते रहते हैं। कम्प्यूटरीकृत की जगह ठेका पर टिकट की बिक्री सुनिश्चित की गई है। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर टिकट कम पड़ने पर लोग वगैरह टिकट के गंतव्य जाने के विवश है। ट्रेन के आने जाने के एलाउंसमेन्ट की सुविधा बंद कर दी है। स्टेशन से सटे पूरब सड़क साईड से प्लेटफार्म नंबर दो पर चढ़ने के लिए सीढ़ी नही बना है। शौचालय, पेयजल,टिन शेड की व्यवस्था अपर्याप्त है। यहां सारनाथ दुर्ग एक्सप्रेस, बलिया सियालदह, इन्टरसीटी, उत्सर्ग चार जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव है । बावजूद यात्री सुविधा का विस्तार कार्य पूरी तरह ठप्प है।
स्टेशन बहाल करने को लेकर संघर्ष समिति व व्यापार मंडल के संयुक्त तत्वावधान में 20 अक्टूबर 24 से 29 दिसंबर 24 पूरे 31 दिनों तक धरना प्रदर्शन,भूख हड़ताल तथा घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन चला। सांसद सलेमपुर रमाशंकर विद्यार्थी के आश्वासन पर इसे दो महिने के लिए स्थगित कर दिया गया। रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा रेल बजट में उत्तर प्रदेश में रेलवे के विस्तार कार्य के लिए करोड़ों का बजट आवंटित किया गया है। इस संबंध में सांसद सलेमपुर रमाशंकर विद्यार्थी का कहना है कि संसद सत्र के दौरान स्टेशन बहाल करने का मुद्दा उठाया था। रेलमंत्री को इस संबंध में ज्ञापन भी दिया गया है। अनुपूरक बजट में चर्चा के दौरान इस मुद्दे को पुनः प्राथमिकता से उठाऊंगा। यदि कोई सार्थक प्रयास नहीं हुआ तो बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
पुनीत केशरी
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