लाइलाज नहीं है टीबी,समय से कराएं उपचार : डा०वरूण
गड़वार (बलिया) राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी उन्मूलन हेतु सौ दिवसीय सघन जन आंदोलन कैंपेन के तहत क्षय रोग विभाग पूरे जनपद में लगातार टीबी संवेदीकरण अभियान चला रहा है। इसी अभियान के तहत लोगों की स्क्रीनिंग कर टीबी की जांच व टीबी के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। इस दौरान बेरुआरबारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा० वरूण ज्ञानेश्वर ने ग्राम पंचायत मिश्रवलिया में जागरूकता अभियान के दौरान बताया कि क्षय रोग विभाग की टीमें ब्लाक में टीबी की जांच और उपचार के लिए उपलब्ध निशुल्क सेवाओं के बारे में लोगों को गांव गांव जानकारी दे रही हैं। उन्होंने बताया कि 60 साल से उपर के सभी व्यक्ति,शुगर से पीड़ित व्यक्ति, ध्रुमपान एवं मदिरा पान करने वाले,कुपोषित लोग एवं टीबी से पीड़ित व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्यों की स्क्रीनिंग किया जा रहा है। बताया कि ब्लाक के 20 प्रतिशत लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। एसटीएस अजय प्रताप ने बताया कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है।
इसके लक्षण जब किसी व्यक्ति में सक्रिय तपेदिक विकसित होता है, तो लक्षणों में लंबे समय तक खांसी, थकान, बुखार, रात में पसीना आना, वजन कम होना और सीने में दर्द शामिल हैं। क्षय रोग सामान्यतः फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह गुर्दे, रीढ़, त्वचा और मस्तिष्क को भी प्रभावित कर सकता है। बीमारी को छुपाने से संक्रमण अन्य लोगों में भी फैलता है, इसलिए इसकी जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है, घबराएं नहीं, इलाज करवाएं।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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