108 नंबर एंबुलेंस से पहुंचे मरीज के साथ अस्पताल के कर्मचारियों ने किया दुर्व्यवहार
112 नम्बर पुलिस बुलाने पर किया जिला अस्पताल रेफर
मनियर, बलिया । प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मनियर पर शनिवार को 108 नंबर एंबुलेंस से आये मरीज का इलाज करने से डॉक्टर एवं अस्पताल के स्टाफ ने मना कर दिया कि दो बजे के बाद इलाज नही होगा व मरीज के साथ अभद्र व्यवहार किया। मरीज को 112 नंबर पुलिस बुलानी पड़ी। काफी हंगामा के बाद डॉक्टर ने मरीज का इलाज तो नहीं किया लेकिन उसे जिला अस्पताल बलिया के लिए रेफर जरूर कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका चौबे पुत्री हृदयानंद चौबे उम्र 22 वर्ष निवासी रतनौली थाना मनियर जनपद बलिया शनिवार के दिन करीब 5:00 बजे पेट में दर्द होने पर 108 नंबर एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर पर पहुंची। आरोप लगाया कि जहां पर मौजूद फार्मासिस्ट ने उस पर बरसते हुए कहा कि 2:00 बजे के बाद तुम आओगी तो तुम्हारा इलाज नहीं होगा। अनुनय विनय करने पर उसने पर्ची बना दिया फिर इलाज की बात जब पीड़ित युवती ने कही तो फार्मासिस्ट भड़क गया और कहा कि मेरा काम पर्ची बनाना है इलाज करना नहीं। इसके बाद उन्होंने अनुनय विनती की तो कहा कि उधर डॉक्टर बैठे हैं उनसे इलाज कराओ। दर्द से छठ पटाती रही मरीज जब डॉक्टर के पास पहुंची तो डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया व अभद्र व्यवहार किया । कहा कि 2 बजे के बाद यहां इमरजेंसी नहीं देखी जाती। तुम्हारा जब बीमारी शुरू होता है तो 2:00 बजे के बाद ही होता है ।उसके बाद जब पीड़ित युवती ने 112 नंबर पुलिस को फोन की और पुलिस वालों ने जब पूछताछ किया तो डॉक्टर ने युवती को जिला अस्पताल बलिया के लिए रेफर कर दिया। डॉक्टर ने किसी फार्मासिस्ट से इंजेक्शन लगाने के लिए कहा तो वह इंजेक्शन लगाने से मना कर दिया । फिर किसी महिला कर्मचारियों ने युवती को इंजेक्शन लगाया उसके बाद भी युवती जब ठीक नहीं हुई तो उसे प्राइवेट में दवा कराना पड़ा।
इस संदर्भ में पूछे जाने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर के प्रभारी डॉक्टर दिग्विजय कुमार का कहना है कि आरोप बेबुनियाद है। पुलिस चार लोगों को मेडिकल कराने के लिए लाई थी। उनका मैं मेडिकल बना रहा था। मैंने कहा कि थोड़ी देर बैठो । इनका मेडिकल बनाने के बाद इलाज करता हूं ।
बताते चलें कि मनियर में दोबारा तैनाती पर आये डॉक्टर दिग्विजय कुमार हमेशा विवाद के बाद चर्चा में बने रहते हैं । मरीजों का आरोप है कि अधिकतर तो वह ओपीडी देखते ही नहीं ।उनका 2:00 बजे अपराह्न के बाद ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर पर आगमन होता है। अक्सर उनकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाती है। वह अभी हाल ही में रिटायर्ड हुए सीएमओ डाक्टर विजयपति द्विवेदी के बहुत चहेते माने जाते हैं। तभी तो उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर से करीब एक सप्ताह पूर्व प्रभारी पद से से हटा दिया गया था । लेकिन रिटायर्ड होने के समय सीएमओ ने पुनः मनियर का प्रभार सौंप दिया। जबकि करीब एक सप्ताह तक मनियर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर इमरान मसूद प्रभारी रहे थे। आरोप है कि अक्सर रोगियों के साथ मारपीट करना रोगियों के साथ आए तीमिरदारों के खिलाफ मुकदमा कराना प्रभारी चिकित्सा अधिकारी का पेशा बना हुआ है। इनसे मनियर की जनता ऊब चुकी है। कई सामाजिक संगठनों ने डॉक्टर दिग्विजय कुमार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया लेकिन निवर्तमान सीएमओ के चहेते होने के कारण कोई इनका बाल बांका तक नहीं कर सका।
प्रदीप कुमार तिवारी
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