शीतला अष्टमी के दिन पूजी गई माता शीतला, मंदिर में लगी भक्तों की लंबी कतार
बलिया : बलिया में यह मंदिर चौक गुरुद्वारा रोड के पास स्थित है शीतला अष्टमी को बसोड़ा, बूढ़ा बसौड़ा या बसियौरा के नाम से भी जाना जाता है। हर साल होली के आठवें दिन बाद यानी चैत्र माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन शीतला अष्टमी का व्रत किया जाता है। शीतला अष्टमी के दिन व्रत कर शीतला माता की पूजा करने से भक्तों को चेचक, खसरा आदि रोगों से मुक्ति मिलती है। देवी मां सदैव अपने भक्तों को इन रोगों के प्रकोप से रक्षा करती हैं। आप को बता दें कि शीतला अष्टमी के दिन खाना बनाने के लिए गैस या चूल्हा नहीं जलाया जाता है। इस दिन बासी भोजन खाने के परंपरा है। इतना ही नहीं शीतला माता को भी बासी भोजन का ही भोग लगाया जाता है। शीतला अष्टमी की पूजा के लिए भोग एक दिन पहले यानी सप्तमी तिथि के दिन ही तैयार कर लिया जाता है।
By- Dhiraj Singh
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